whats app status about love in hindi
Here I am going to share you some status in Hindi for whatsapp. This status is about love , romantic , quotes , etc. Here who can seen this site they can copy this status and download. user can use this status in whatsapp and above the photo in facebook.
मुझे इतना भी मत घुमा ए जिंदगी, मै शहर का शायर हूँ , “MRF का टायर” नही
जी भर गया है तो बता दो हमें इनकार पसंद है इंतजार नहीं…!
रिश्ते उन्ही से बनाओ जो निभानेकी औकात रखते हो, बाकी हरेक दिल काबिल-ऐ-वफा नही होता ।
हाथ की लकीरें भी कितनी अजीब हैं, हाथ के अन्दर हैं पर काबू से बाहर…
जरूरत और चाहत में बहुत फ़र्क है… कमबख्त़ इसमे तालमेल बिठाते बिठाते ज़िन्दगी गुज़र जाती है !!!!
कोई ना दे हमें खुश रहने की दुआ, तो भी कोई बात नहीं वैसे भी हम खुशियाँ रखते नहीं, बाँट दिया करते है…iii
Dusaro की अपेक्षा अगर आपको सफलता, यदि देर से मिले तो निराश नही होना चाहिये क्योँकि मक़ान बनने से ज्यादा समय महल बनने मेँ लगता है||
ऐसा जीवन जियो कि अगर कोई आपकी बुराई भी करे तो कोई उस पर विश्वास ना करे।
” बात ” उन्हीं की होती है, जिनमें कोई ” बात ” होती है..!
वो भी आधी रात को निकलता है और मैं भी …… फिर क्यों उसे “चाँद” और मुझे “आवारा” कहते हैं लोग ….
उसके हाथ की गिरिफ्त ढीली पड़ी तो महसूस हुआ यही वो जगह है जहाँ रास्ता बदलना है…
सूरज सितारे चाँद मेरे साथ मेँ रहे जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे शाख़ों से टूट जाये वो पत्ते नहीं हम आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे.
सूखे होंटों पे ही होती हैं मीठी बातें प्यास जब बुझ जाये तो लहजे बदल जाते हैं …..!!
तू मोहब्बत है मेरी इसीलिए दूर है मुझसे…अगर जिद होती तो शाम तक बाहों में होती ।
हथियार तो सिर्फ सोंख के लिए रखा करते हे ,,,,,खौफ के लिए तो बस नाम ही काफी हे ।
पसंन्द आया तो दिल में ,,,,नही तो दिमाग में भी नही ।
शायरी का बादशाह हुं और कलम मेरी रानी,,,,,अल्फाज़ मेरे गुलाम है, बाकी रब की महेरबानी ।
खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है..!
तुम जिन्दगी में आ तो गये हो मगर ख्याल रखना,
आज का विचार: अगर परछाईयाँ कद से और बातें औकात से बड़ी होने लगे तो समझ लीजिये कि सूरज डूबने ही वाला है..!
काश कि वो लौट आयें मुझसे यह कहने, कि तुम कौन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले..!!!
हद से बढ़ जाये तालुक तो गम मिलते हैं.. हम इसी वास्ते अब हर शख्स से कम मिलते हँ..
जिस्म से होने वाली मुहब्बत का इज़हार आसान होता है. रुह से हुई मुहब्बत को समझाने में ज़िन्दगी गुज़र जाती है.\
काश कि वो लौट आयें मुझसे यह कहने, कि तुम कौन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले..!!!
हद से बढ़ जाये तालुक तो गम मिलते हैं.. हम इसी वास्ते अब हर शख्स से कम मिलते हँ..
कितना कुछ जानता होगा वो शख्स मेरे बारे में मेरे मुस्कुराने पर भी जिसने पूछ लिया की तुम उदास क्यों हो.
बहुत देर करदी तुमने मेरी धडकनें महसूस करने में..! वो दिल नीलाम हो गया, जिस पर कभी हकुमत तुम्हारी थी..!
रिश्ते उन्ही से बनाओ जो निभानेकी औकात रखते हो, बाकी हरेक दिल काबिल-ऐ-वफा नही होता ।
हाथ की लकीरें भी कितनी अजीब हैं, हाथ के अन्दर हैं पर काबू से बाहर…
मुझे इतना भी मत घुमा ए जिंदगी, मै शहर का शायर हूँ , “MRF का टायर” नही
जी भर गया है तो बता दो हमें इनकार पसंद है इंतजार नहीं…!
कोई ना दे हमें खुश रहने की दुआ, तो भी कोई बात नहीं वैसे भी हम खुशियाँ रखते नहीं, बाँट दिया करते है…!!!
कैसे बनेगा अमीर वो हिसाब का कच्चा बूढा भिखारी, जो बस एक रुपये के बदले सिग्नल पे खड़ा बेशकीमती दुआए दे देता है।
छुपा लूंगा तुझे इसतरह से बाहों में;हवा भी गुज़रने के लिए इज़ाज़त मांगे;हो जाऊं तेरे इश्क़ में मदहोश इस तरह;कि होश भी वापस आने के इज़ाज़त मांगे.
हुकुमत वो ही करता है जिसका दिलो पर राज हो…!! वरना यूँ तो गली के मुर्गो के सर पे भी ताज होता है…!!
कभी रजामंदी, तो कभी बगावत है इश्क,
किताबें भी बिल्कुल मेरी तरह हैं,
धड़कनों को भी रास्ता दे दीजिये हुजूर,
वो खुद पर गरूर करते है, तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं,जिन्हें हम चाहते है, वो आम हो ही नहीं सकते !!
मोहब्बत की तलाश मैं निकले हो तुम
मोहब्बत न सही मुकदमा कर दे मुज पर,
आ जाते हैं वो भी रोज ख्बाबो मे,
मोहब्बत का कोई रंग नही फिर भी वो रंगीन है,
खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है..!
गरीबी जब दरवाजे से अन्दर आती है..तब
तुम्हें चाहने की वजह कुछ भी नहीं,
हाल तो पूछ लू तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी।
यह इनाएतें गज़ब की यह बला की मेहेरबानी
जरूरत है मुझे नये नफरत करने वालाे की ।
यूँ तो शिकायते तुझ से सैंकड़ों हैं मगर,
अगर तू वजह न पूँछे तो एक बात कहूँ,
धडकनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल
कोई माल में खुश है कोई सिर्फ दाल में खुश है
सुनो तुम दिल दुखाया करो इजाजत है,
प्यार में दुनियाँ खुबसूरत लगती है,
सुनो… तुम ही रख लो अपना बना कर..
कोई ना दे हमें खुश रहने की दुआ, तो भी कोई बात नहीं वैसे भी हम खुशियाँ रखते नहीं, बाँट दिया करते है…!!!
कैसे बनेगा अमीर वो हिसाब का कच्चा बूढा भिखारी, जो बस एक रुपये के बदले सिग्नल पे खड़ा बेशकीमती दुआए दे देता है।
छुपा लूंगा तुझे इसतरह से बाहों में;हवा भी गुज़रने के लिए इज़ाज़त मांगे;हो जाऊं तेरे इश्क़ में मदहोश इस तरह;कि होश भी वापस आने के इज़ाज़त मांगे.
हुकुमत वो ही करता है जिसका दिलो पर राज हो…!! वरना यूँ तो गली के मुर्गो के सर पे भी ताज होता है…!!
मुझे इतना भी मत घुमा ए जिंदगी, मै शहर का शायर हूँ , “MRF का टायर” नही
जी भर गया है तो बता दो हमें इनकार पसंद है इंतजार नहीं…!
रिश्ते उन्ही से बनाओ जो निभानेकी औकात रखते हो, बाकी हरेक दिल काबिल-ऐ-वफा नही होता ।
हाथ की लकीरें भी कितनी अजीब हैं, हाथ के अन्दर हैं पर काबू से बाहर…
जरूरत और चाहत में बहुत फ़र्क है… कमबख्त़ इसमे तालमेल बिठाते बिठाते ज़िन्दगी गुज़र जाती है !!!!
कोई ना दे हमें खुश रहने की दुआ, तो भी कोई बात नहीं वैसे भी हम खुशियाँ रखते नहीं, बाँट दिया करते है…iii
Dusaro की अपेक्षा अगर आपको सफलता, यदि देर से मिले तो निराश नही होना चाहिये क्योँकि मक़ान बनने से ज्यादा समय महल बनने मेँ लगता है||
ऐसा जीवन जियो कि अगर कोई आपकी बुराई भी करे तो कोई उस पर विश्वास ना करे।
” बात ” उन्हीं की होती है, जिनमें कोई ” बात ” होती है..!
वो भी आधी रात को निकलता है और मैं भी …… फिर क्यों उसे “चाँद” और मुझे “आवारा” कहते हैं लोग ….
उसके हाथ की गिरिफ्त ढीली पड़ी तो महसूस हुआ यही वो जगह है जहाँ रास्ता बदलना है…
सूरज सितारे चाँद मेरे साथ मेँ रहे जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे शाख़ों से टूट जाये वो पत्ते नहीं हम आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे.
सूखे होंटों पे ही होती हैं मीठी बातें प्यास जब बुझ जाये तो लहजे बदल जाते हैं …..!!
तू मोहब्बत है मेरी इसीलिए दूर है मुझसे…अगर जिद होती तो शाम तक बाहों में होती ।
हथियार तो सिर्फ सोंख के लिए रखा करते हे ,,,,,खौफ के लिए तो बस नाम ही काफी हे ।
पसंन्द आया तो दिल में ,,,,नही तो दिमाग में भी नही ।
शायरी का बादशाह हुं और कलम मेरी रानी,,,,,अल्फाज़ मेरे गुलाम है, बाकी रब की महेरबानी ।
खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है..!
तुम जिन्दगी में आ तो गये हो मगर ख्याल रखना,
आज का विचार: अगर परछाईयाँ कद से और बातें औकात से बड़ी होने लगे तो समझ लीजिये कि सूरज डूबने ही वाला है..!
काश कि वो लौट आयें मुझसे यह कहने, कि तुम कौन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले..!!!
हद से बढ़ जाये तालुक तो गम मिलते हैं.. हम इसी वास्ते अब हर शख्स से कम मिलते हँ..
जिस्म से होने वाली मुहब्बत का इज़हार आसान होता है. रुह से हुई मुहब्बत को समझाने में ज़िन्दगी गुज़र जाती है.\
काश कि वो लौट आयें मुझसे यह कहने, कि तुम कौन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले..!!!
हद से बढ़ जाये तालुक तो गम मिलते हैं.. हम इसी वास्ते अब हर शख्स से कम मिलते हँ..
कितना कुछ जानता होगा वो शख्स मेरे बारे में मेरे मुस्कुराने पर भी जिसने पूछ लिया की तुम उदास क्यों हो.
बहुत देर करदी तुमने मेरी धडकनें महसूस करने में..! वो दिल नीलाम हो गया, जिस पर कभी हकुमत तुम्हारी थी..!
रिश्ते उन्ही से बनाओ जो निभानेकी औकात रखते हो, बाकी हरेक दिल काबिल-ऐ-वफा नही होता ।
हाथ की लकीरें भी कितनी अजीब हैं, हाथ के अन्दर हैं पर काबू से बाहर…
मुझे इतना भी मत घुमा ए जिंदगी, मै शहर का शायर हूँ , “MRF का टायर” नही
जी भर गया है तो बता दो हमें इनकार पसंद है इंतजार नहीं…!
कोई ना दे हमें खुश रहने की दुआ, तो भी कोई बात नहीं वैसे भी हम खुशियाँ रखते नहीं, बाँट दिया करते है…!!!
कैसे बनेगा अमीर वो हिसाब का कच्चा बूढा भिखारी, जो बस एक रुपये के बदले सिग्नल पे खड़ा बेशकीमती दुआए दे देता है।
छुपा लूंगा तुझे इसतरह से बाहों में;हवा भी गुज़रने के लिए इज़ाज़त मांगे;हो जाऊं तेरे इश्क़ में मदहोश इस तरह;कि होश भी वापस आने के इज़ाज़त मांगे.
हुकुमत वो ही करता है जिसका दिलो पर राज हो…!! वरना यूँ तो गली के मुर्गो के सर पे भी ताज होता है…!!
कभी रजामंदी, तो कभी बगावत है इश्क,
किताबें भी बिल्कुल मेरी तरह हैं,
धड़कनों को भी रास्ता दे दीजिये हुजूर,
वो खुद पर गरूर करते है, तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं,जिन्हें हम चाहते है, वो आम हो ही नहीं सकते !!
मोहब्बत की तलाश मैं निकले हो तुम
मोहब्बत न सही मुकदमा कर दे मुज पर,
आ जाते हैं वो भी रोज ख्बाबो मे,
मोहब्बत का कोई रंग नही फिर भी वो रंगीन है,
खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है..!
गरीबी जब दरवाजे से अन्दर आती है..तब
तुम्हें चाहने की वजह कुछ भी नहीं,
हाल तो पूछ लू तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी।
यह इनाएतें गज़ब की यह बला की मेहेरबानी
जरूरत है मुझे नये नफरत करने वालाे की ।
यूँ तो शिकायते तुझ से सैंकड़ों हैं मगर,
अगर तू वजह न पूँछे तो एक बात कहूँ,
धडकनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल
कोई माल में खुश है कोई सिर्फ दाल में खुश है
सुनो तुम दिल दुखाया करो इजाजत है,
प्यार में दुनियाँ खुबसूरत लगती है,
सुनो… तुम ही रख लो अपना बना कर..
कोई ना दे हमें खुश रहने की दुआ, तो भी कोई बात नहीं वैसे भी हम खुशियाँ रखते नहीं, बाँट दिया करते है…!!!
कैसे बनेगा अमीर वो हिसाब का कच्चा बूढा भिखारी, जो बस एक रुपये के बदले सिग्नल पे खड़ा बेशकीमती दुआए दे देता है।
छुपा लूंगा तुझे इसतरह से बाहों में;हवा भी गुज़रने के लिए इज़ाज़त मांगे;हो जाऊं तेरे इश्क़ में मदहोश इस तरह;कि होश भी वापस आने के इज़ाज़त मांगे.
हुकुमत वो ही करता है जिसका दिलो पर राज हो…!! वरना यूँ तो गली के मुर्गो के सर पे भी ताज होता है…!!
कभी रजामंदी, तो कभी बगावत है इश्क,
मोहब्बत राधा की है, तो मीरा की इबादत है इश्क..!!
किताबें भी बिल्कुल मेरी तरह हैं,
अल्फ़ाज़ से भरपूर मगर ख़ामोश..!!
धड़कनों को भी रास्ता दे दीजिये हुजूर,
आप तो पूरे दिल पर कब्जा किये बैठे है.
वो खुद पर गरूर करते है, तो इसमें हैरत की कोई बात नहीं,
जिन्हें हम चाहते है, वो आम हो ही नहीं सकते !!
मोहब्बत की तलाश मैं निकले हो तुम
अरे ओ पागल…
मोहब्बत खुद तलाश करती है….जिसे बर्बाद करना हो|
मोहब्बत न सही मुकदमा कर दे मुज पर,
कम से कम तारीख दर तारीख मुलाकात तो होगी ।

आ जाते हैं वो भी रोज ख्बाबो मे,
जो कहते हैं हम तो कही जाते ही नही.
मोहब्बत का कोई रंग नही फिर भी वो रंगीन है,
प्यार का कोई चेहरा नही फिर भी वो हसीन हैं|
खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है..!
वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं..!
गरीबी जब दरवाजे से अन्दर आती है..तब
प्यार और मोहब्बत खिड़की से बाहर चले जाते हैं.
तुम्हें चाहने की वजह कुछ भी नहीं,
बस इश्क की फितरत है, बे-वजह होना….!!
हाल तो पूछ लू तेरा पर डरता हूँ आवाज़ से तेरी।
ज़ब ज़ब सुनी है कमबख्त मोहब्बत ही हुई है।
यह इनाएतें गज़ब की यह बला की मेहेरबानी
मेरी खेरियत भी पूछी किसी और की ज़बानी.
जरूरत है मुझे नये नफरत करने वालाे की ।
पुराने ताे अब मुझे चाहने लगे है ।
यूँ तो शिकायते तुझ से सैंकड़ों हैं मगर,
तेरी एक मुस्कान ही काफी है सुलह के लिये.
अगर तू वजह न पूँछे तो एक बात कहूँ,
बिन तेरे अब हमसे जिया नहीं जाता।।
धडकनों को कुछ तो काबू में कर ए दिल
अभी तो पलकें झुकाई है मुस्कुराना अभी बाकी है उनका.
कोई माल में खुश है कोई सिर्फ दाल में खुश है
खुशनसीब है वो लोग.. जो हर हाल में खुश है..!!
सुनो तुम दिल दुखाया करो इजाजत है,
बस कभी भूलने की बात मत करना.
प्यार में दुनियाँ खुबसूरत लगती है,
दर्द में दुनियाँ दुश्मन लगती है।
तु मेरी जिन्दगी में हो तो, “बिसलेरी” भी साली “किंगफिशर” लगती है।
सुनो… तुम ही रख लो अपना बना कर..
औरों ने तो छोड़ दिया तुम्हारा समझकर..!!
खोने की दहशत और पाने की चाहत न होती, तो ना ख़ुदा होता कोई और न इबादत होती .
जरूरत और चाहत में बहुत फ़र्क है… कमबख्त़ इसमे तालमेल बिठाते बिठाते ज़िन्दगी गुज़र जाती है !!!!
कोई ना दे हमें खुश रहने की दुआ, तो भी कोई बात नहीं वैसे भी हम खुशियाँ रखते नहीं, बाँट दिया करते है…iii
Dusaro की अपेक्षा अगर आपको सफलता, यदि देर से मिले तो निराश नही होना चाहिये क्योँकि मक़ान बनने से ज्यादा समय महल बनने मेँ लगता है||
ऐसा जीवन जियो कि अगर कोई आपकी बुराई भी करे तो कोई उस पर विश्वास ना करे।
” बात ” उन्हीं की होती है, जिनमें कोई ” बात ” होती है..!
वो भी आधी रात को निकलता है और मैं भी …… फिर क्यों उसे “चाँद” और मुझे “आवारा” कहते हैं लोग ….
उसके हाथ की गिरिफ्त ढीली पड़ी तो महसूस हुआ यही वो जगह है जहाँ रास्ता बदलना है…
सूरज सितारे चाँद मेरे साथ मेँ रहे जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे शाख़ों से टूट जाये वो पत्ते नहीं हम आँधी से कोई कह दे कि औक़ात में रहे.
सूखे होंटों पे ही होती हैं मीठी बातें प्यास जब बुझ जाये तो लहजे बदल जाते हैं …..!!
तू मोहब्बत है मेरी इसीलिए दूर है मुझसे…अगर जिद होती तो शाम तक बाहों में होती ।
हथियार तो सिर्फ सोंख के लिए रखा करते हे ,,,,,खौफ के लिए तो बस नाम ही काफी हे ।
पसंन्द आया तो दिल में ,,,,नही तो दिमाग में भी नही ।
शायरी का बादशाह हुं और कलम मेरी रानी,,,,,अल्फाज़ मेरे गुलाम है, बाकी रब की महेरबानी ।
खुद ही दे जाओगे तो बेहतर है..!
वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं..!
वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं..!
तुम जिन्दगी में आ तो गये हो मगर ख्याल रखना,
हम ‘जान’ दे देते हैं मगर ‘जाने’ नहीं देते !!
हम ‘जान’ दे देते हैं मगर ‘जाने’ नहीं देते !!
आज का विचार: अगर परछाईयाँ कद से और बातें औकात से बड़ी होने लगे तो समझ लीजिये कि सूरज डूबने ही वाला है..!
काश कि वो लौट आयें मुझसे यह कहने, कि तुम कौन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले..!!!
हद से बढ़ जाये तालुक तो गम मिलते हैं.. हम इसी वास्ते अब हर शख्स से कम मिलते हँ..
जिस्म से होने वाली मुहब्बत का इज़हार आसान होता है. रुह से हुई मुहब्बत को समझाने में ज़िन्दगी गुज़र जाती है.\
काश कि वो लौट आयें मुझसे यह कहने, कि तुम कौन होते हो मुझसे बिछड़ने वाले..!!!
हद से बढ़ जाये तालुक तो गम मिलते हैं.. हम इसी वास्ते अब हर शख्स से कम मिलते हँ..
कितना कुछ जानता होगा वो शख्स मेरे बारे में मेरे मुस्कुराने पर भी जिसने पूछ लिया की तुम उदास क्यों हो.
बहुत देर करदी तुमने मेरी धडकनें महसूस करने में..! वो दिल नीलाम हो गया, जिस पर कभी हकुमत तुम्हारी थी..!
वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं..!
हम ‘जान’ दे देते हैं मगर ‘जाने’ नहीं देते !!
मोहब्बत राधा की है, तो मीरा की इबादत है इश्क..!!
अल्फ़ाज़ से भरपूर मगर ख़ामोश..!!
आप तो पूरे दिल पर कब्जा किये बैठे है.
अरे ओ पागल…
मोहब्बत खुद तलाश करती है….जिसे बर्बाद करना हो|
कम से कम तारीख दर तारीख मुलाकात तो होगी ।
जो कहते हैं हम तो कही जाते ही नही.
प्यार का कोई चेहरा नही फिर भी वो हसीन हैं|
वरना हम दिल चुरा भी लेते हैं..!
प्यार और मोहब्बत खिड़की से बाहर चले जाते हैं.
बस इश्क की फितरत है, बे-वजह होना….!!
ज़ब ज़ब सुनी है कमबख्त मोहब्बत ही हुई है।
मेरी खेरियत भी पूछी किसी और की ज़बानी.
पुराने ताे अब मुझे चाहने लगे है ।
तेरी एक मुस्कान ही काफी है सुलह के लिये.
बिन तेरे अब हमसे जिया नहीं जाता।।
अभी तो पलकें झुकाई है मुस्कुराना अभी बाकी है उनका.
खुशनसीब है वो लोग.. जो हर हाल में खुश है..!!
बस कभी भूलने की बात मत करना.
दर्द में दुनियाँ दुश्मन लगती है।
तु मेरी जिन्दगी में हो तो, “बिसलेरी” भी साली “किंगफिशर” लगती है।
औरों ने तो छोड़ दिया तुम्हारा समझकर..!!
दुकानें उसकी भी लुट जाती है अक्सर हमने देखा है…! . जो दिन भर में न जाने कितने ताले बेच देता है…!!
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